यह कहानी टिंकू और रिंकू के प्यार की है. टिंकू एक गाँव का रहने वाला लड़का है. परिवार बहुत बड़ा है इसलिए घर के सदस्य घर का सारा काम स्वयं ही निपटा लेते है.
टिंकू कालेज के बहाने सुबह घर से निकल जाता है और शाम को घर लोटता है. टिंकू की यही दिनचर्या है. रिंकू एक शहर में रहने वाले अमिर घर की लड़की है. वो भी उसी कोलेज में पढ़ती थी जिसमे टिंकू पढ़ता है. उनकी पहली मुलाकात भी कालेज में ही हुई थी. अच्छी दोस्ती हुई और दोस्ती प्यार में बदल गई.
दोनों जब तक एक दुसरे को देख नहीं लेते थे चैन नहीं आता था. छुट्टी वाले दिन भी सिर्फ मिलने के लिए टिंकू शहर जाता था. और रिंकू भी घर पर कोई ना कोई बहाना बनाकर टिंकू को दिए समय पर और तय की गई जगह पर पहुँच जाती थी. यह सब दो साल तक चलता रहा. लेकिन एक दिन रिंकू के भाई ने रिंकू और टिंकू को पार्क में बैठे देख लिया. रिंकू के भाई का नाम रोहित है. रोहित ने घर जाकर रिंकू ही हरकत घर वालों को बता दी.
रिंकू की यह हरकत जानकर घर वाले रिंकू से काफी नाराज हुए और उन्होंने रिंकू पर गुस्सा किया. उन्होंने रिंकू को कालेज ना जाने के लिए कहा और घर से बाहर ना निकलने का आदेश दिया. जब 3 -4 दिन रिंकू स्कुल नहीं आई तो टिंकू काफी परेशान रहने लगा. एक दिन टिंकू दोपहर के वक्त रिंकू के घर गया. उस दिन किस्मत ने भी रिंकू का साथ दिया क्योंकि सभी घर के सदस्य किसी काम से बहार गए हुए थे.
रिंकू घर पर अकेली थी. टिंकू सीधा रिंकू के कमरे में जा पहुंचा. रिंकू टिंकू को देखकर घबरा गई और उसे तुरंत वापिस जाने के लिए कहा. लेकिन टिंकू नहीं माना तो रिंकू ने वादा किया की वह कल उसे पार्क में जरुर मिलेगी. यह सुनकर टिंकू चला गया.
थोड़ी ही देर में रिंकू की माँ घर आ गई. रिंकू ने भगवान का हाथ जोड़कर सुक्रिया किया. अगले दिन जब रिंकू की माँ पड़ोस की एक औरत के पास गई हुई थी और घर में कोई नहीं था तो रिंकू टिंकू से मिलने पार्क में चली गई. टिंकू काफी समय से रिंकू का इन्तजार कर रहा था. वह रिंकू को देखकर खुश हुआ.
दोनों काफी देर तक बातें करते रहे. रिंकू ने जाते वक्त टिंकू से वादा लिया की वो अब कभी उससे मिलने नहीं आएगा और ना ही कोई गलत कदम उठाएगा. यह कहकर रिंकू घर चली गई. उधर घर वाले रिंकू को देखते ही गरज पड़े और उन्होंने रिंकू को खूब धमकाया. रिंकू के घर वालों ने रिंकू की शादी कहीं और कर दी.
टिंकू अब भी रिंकू को बहुत प्यार करता हैं.
ओर उसकी जुबान से सिर्फ यहीं शब्द निकालते हैं
मेरी किस्मत में तू नहीं शायद, क्यूं तेरा इंतज़ार करता हूं।
मैं तुझे कल भी प्यार करता था, मैं तुझें अब भी प्यार करता हूं.....
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